• Thu. Feb 6th, 2025

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने आज पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार , भारतीय प्राणी सर्वेक्षण उत्तरी केंद्र देहरादून व माटी संस्था के साथ बिल्डिंग ड्रीम फाउंडेशन के सहयोग से भारतीय प्राणी स्थल देहरादून में आज भारत की आजादी के 75 वर्ष को मनाने के लिए कार्यक्रम ” योग दिवस 2022″ , जिसकी थीम “मानवता के लिए योग” है में शामिल हुई ।

Byadmin

Jun 21, 2022
Share this

*प्रधानमंत्री मोदी के अथक प्रयासों से ही आज योग को पूरा विश्व अपना रहा है- रेखा आर्या*

*बिना पैसे के स्वस्थ रहना है तो अपने जीवन में नियमित योग करें – रेखा आर्या*

*2014 से पहले ऋषि मुनियों के मानव कल्याण के लिए योग को कोई नहीं जानता था*

 

*देहरादून*:
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने आज पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार , भारतीय प्राणी सर्वेक्षण उत्तरी केंद्र देहरादून व माटी संस्था के साथ बिल्डिंग ड्रीम फाउंडेशन के सहयोग से भारतीय प्राणी स्थल देहरादून में आज भारत की आजादी के 75 वर्ष को मनाने के लिए कार्यक्रम ” योग दिवस 2022″ , जिसकी थीम “मानवता के लिए योग” है में शामिल हुई । साथ ही इस दौरान उन्होंने नेचर ट्रेल का शुभारम्भ भी किया व प्राणी सर्वेक्षण के पारिस्थितिकी म्यूजियम का अवलोकन भी किया।

8 वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अगर हमें बिना पैसे के अपने आप को फिट रखना है तो हमें भारत की प्राचीन पद्धति योग को अपनाना होगा। ऋषि मुनियों के हजारों सालों के अथक प्रयासों के बाद उन्होंने मानव के लिए स्वस्थ जीवन को बनाने के लिए योग पद्धति को ईजाद किया लेकिन धीरे- धीरे हमारा समाज इन सबको भूलता गया । उन्होंने कहा कि शायद ही 2014 से पहले किसी को योग के बारे में पता होगा, लेकिन हमारे यशश्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे विश्व को योग के लिए आह्वान किया जिसके फलस्वरूप 170 देशों ने अपनी सहमति दी जिसके बाद आज हम अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस विश्व स्तर पर मना पा रहे हैं। माननीय मंत्री जी ने कहा कि अगर हमें बिना पैसे के स्वस्थ रहना है और डॉक्टरों के चक्कर नहीं काटने हैं तो हमें योग अपनाना होगा।

इस दौरान मंत्री रेखा आर्या ने आये बच्चों, वैज्ञानिकों व अन्य लोगों के साथ योग भी किया।

मंत्री ने कहा कि योग केवल इस दिन तक सीमित न होकर सभी को अपने जीवन में हर दिन अपनाना होगा तभी हम स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।

Share this

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *