आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए रुचिन सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा जौलीग्रांट एयरपोर्ट.. सीएम ने दी श्रद्धांजलि कहा राज्य सरकार हर पल सैनिक परिवारों के साथ खड़ी है।

telemedicine
telemedicine

आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए रुचिन सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा जौलीग्रांट एयरपोर्ट.. सीएम ने दी श्रद्धांजलि कहा राज्य सरकार हर पल सैनिक परिवारों के साथ खड़ी है।

 

जम्मू कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र में शहीद हुए चमोली निवासी लांस नायक रुचिन के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें सीएम ने श्रद्धांजलि अर्पित कर कहा राष्ट्रीय सुरक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले हमारे शहीदों को यह देश हमेशा याद रखेगा

शहीद लांस नायक रुचिन सिंह रावत के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री धामी ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की बोले सरकार हर पल सैनिक परिवारों के साथ खड़ी है

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून पहुंचकर जम्मू कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र में शहीद हुए चमोली निवासी लांस नायक रुचिन सिंह रावत एवं सिरमौर, हिमाचल प्रदेश निवासी शहीद प्रमोद नेगी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले हमारे शहीदों को यह देश हमेशा याद रखेगा। राज्य सरकार हर पल सैनिक परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा हमारी सरकार शहीद रुचिन सिंह रावत के परिजनों की हर संभव मदद करेगी। उन्होंने परिजनों से इस दुख की घड़ी में धैर्य बनाए रखने की अपील की।

आतंकियों से मुठभेड़ में उत्तराखंड के जवान रुचिन सिंह रावत शहीद, क्षेत्र में शोक की लहर

आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए रुचिन सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा जौलीग्रांट एयरपोर्ट

जवान रुचिन के शहीद होने की सूचना मिलते ही कुनीगाड़ सहित पूरे गैरसैंण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। रुचिन के माता-पिता सदमे में है और दादा-दादी क रो रो कर बुरा हाल है

रुचिन रावत 30 साल
2009-10 में सेना में भर्ती हुए थे। रुचिन के चाचा सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शहीद की पत्नी और बेटा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। उकी पत्नी ने ही गैरसैंण में अपने माता-पिता को पति के शहीद होने की सूचना दी।
रुचिन अपने पीछे दादा-दादी, माता-पिता, पत्नी और एक चार साल के बेटे को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। रुचिन की पत्नी और बेटा उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। रुचिन काफी हंसमुख स्वभाव का था। वे जब छुट्टी में गांव आते थे तो सामाजिक कार्यों में खूब बढ़-चढ़कर भाग लेते थे…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here