पूछता है उत्तराखंड किसकी सरकार में नकल माफियाओं को सलाखों के अंदर भेजा गया .. 22 साल के उत्तराखंड में किसी मुख्यमंत्री ने नकल माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की??
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम युवाओं के सपनो और आकांक्षाओं के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। अब जो कोई भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ करेगा, उसे उम्र कैद और 10 साल की सजा दी जाएगी। साथ ही संपत्ति भी जब्त कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिर कौन हमारे बच्चों के भविष्य को बर्बाद करना चाहता है। ये प्रश्न हम सभी के मस्तिष्क में है। हमे इनका उत्तर ढूंढना होगा। हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिर आज तक नकल माफिया की गर्दन पर हाथ क्यों नही डाला गया। मैं जानता था कि नकल माफिया के खिलाफ कार्यवाही के फैसले के बाद हमे डराने की कोशिश की जायेगी।
मैं पूछता हूं कि किसकी सरकार में आरोपी जेल भेजे गए।i
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में आने से पहले लोग कह रहे थे की, वहां मत जाइए, वहां आपका विरोध होगा। उन्होंने कहा कि मैंने कार्यक्रमj में आने का निर्णय लिया, अगर कोई विरोध करता है तो उनसे पूछता हूं क्या किसी मुख्यमंत्री ने नकल माफिया को इससे पहले जेल भेजा अब तक जेल जा चुके गिरोह 60 से अधिक लोगों पर कार्यवाही की जा चुकी है।
गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर किसकी सरकार ने परीक्षाएं निरस्त की और शीघ्र दुबारा पेपर करवाने की अनुमति दी।
किसकी सरकार ने प्रदेश में देश का सबसे कड़ा “नकल विरोधी कानून” लागू किया ?
यह भी देखना होगा कि क्या नकल माफिया को बचाने के लिए कोई संगठन कार्य तो नहीं कर रहा है?
अभी राज्य में सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाया गया है।
जिसमें नकल करवाने और करने वालों के लिए सख्त सजा का प्राविधान किया गया है। नौजवानों के भविष्य के साथ कोई अहित नहीं होने दिया जाएगा।