मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को राजकीय इण्टर कॉलेज, टनकपुर में आयोजित प्रथम “किताब कौथिग” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों के साथ ही पुस्तकों के स्टालों का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टनकपुर क्षेत्र में पुस्तकालय खोले जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टनकपुर में शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए किताब कौथिग के रूप में एक नई शुरुआत की गई है। पुस्तकें हमारे दिमाग को पोषण देने का कार्य करती हैं। हमें पुस्तकों से नया ज्ञान अर्जित होता है, विश्व भर के स्रोत, साहित्य, एवं अनजाने रहस्य के बारे में हमें पुस्तकों से ही पता चलता है। यह ’किताब कौथिग’ पढ़ने लिखने की संस्कृति को नया आयाम देगा। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को साहित्य, संगीत, कला, संस्कृति जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा इस तरह के कार्यक्रम पूरे राज्य में हो इसके लिए प्रयास किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर टनकपुर क्षेत्र का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। यहां आए हुए अतिथि, इस क्षेत्र की बेहतरीन यादें ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि वाजपेयी कुशल प्रशासक, राजनीतिज्ञ एवं लोकप्रिय जन नेता थे वे एक ऐसे महान वक्ता थे, जिन्हें समाज के सभी वर्गों के लोग प्यार और आदर करते थे। अटल जी उत्तराखण्ड राज्य के प्रणेता हैं, उन्होंने न केवल उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण किया बल्कि इसके विकास के लिए आधार भी तैयार किया। पी.एम.जी.एस.वाई की शुरुआत भी अटल बिहारी वाजपेई द्वारा की गई, जिसके अंतर्गत आज उत्तराखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछा है।
इस अवसर पर पुस्तक मेला समिति के अध्यक्ष रोहिताश अग्रवाल, सचिव नवल किशोर तिवारी, उपाध्यक्ष हंसा पांडे, कोषाध्यक्ष अनिल चौधरी, नगर पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा, मां पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन पाण्डेय, फिल्म डायरेक्टर चंद्रकांत, फिल्म अभिनेता हेमंत पांडे, भाषाविद दिवा भट्ट, कृषि वैज्ञानिक जीसी भट्ट, प्रभारी जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी चंपावत रिंकू बिष्ट, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।