• Mon. Jun 30th, 2025

सुगम, सुरक्षित व निर्बाध चारधाम यात्रा के संचालन को लेकर धामी सरकार निरंतर प्रयासरत रही,50 दिन में पहुँचे लगभग 30 लाख यात्री  

Share this

चारधाम में उमड़ रहा आस्था का सैलाब, 50 दिन में पहुँचे लगभग 30 लाख यात्री

मुख्यमंत्री धामी ने जनवरी माह से ही चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन हेतु बैठकों के साथ ही स्थलीय निरीक्षण आदि का दौर शुरू कर दिया था

मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि यात्रा को बेहद गंभीरता से लिया जाए, अब तक अच्छा रिजल्ट निकला, 50 दिन में पहुँचे लगभग 30 लाख यात्री

 

सुगम, सुरक्षित व निर्बाध चारधाम यात्रा के संचालन को लेकर धामी सरकार निरंतर प्रयासरत रही,50 दिन में पहुँचे लगभग 30 लाख यात्री

वर्ष 2023 में 22 अप्रैल को हुई थी यात्रा शुरू, 30 जून तक पहुँचे थे लगभग इतने ही यात्री

इस साल 10 मई को कपाट खुलने के बाद अब तक 50 दिन में ही पहुँचे लगभग 30 लाख श्रद्धालु

 

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में अपार उत्साह नजर आ रहा है। इस वर्ष चारधाम यात्रा प्रारंभ हुए लगभग 50 दिन ही हुए हैं और इन 50 दिनों में ही अब तक लगभग 30 लाख श्रद्धालु चारधामों के दर्शन कर चुके हैं। जबकि वर्ष 2023 में 30 जून तक यानि 68 दिनों में लगभग 30 लाख श्रद्धालु दर्शनों के लिए आये थे।

सुगम, सुरक्षित व निर्बाध चारधाम यात्रा के संचालन को लेकर उत्तराखंड सरकार निरंतर प्रयासरत रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष जनवरी माह से ही चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन हेतु बैठकों के साथ ही स्थलीय निरीक्षण आदि का दौर शुरू कर दिया था। उनके द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि यात्रा को बेहद गंभीरता से लिया जाए। 10 मई को जब इस बार चारधामों के कपाट खुलने का सिलसिला प्रारंभ हुआ तो पहले दिन से भारी संख्या में देश-दुनिया से यात्री दर्शनों के लिए पहुँचे। यात्रा की शुरुआत में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ठीक लोकसभा चुनाव के बीच व्यवस्थाओं की कमान अपने हाथ ली तो महज हफ्ते भर में व्यवस्थाएं सुचारू हो गईं। मुख्यमंत्री ने अफसरों को स्पष्ट सन्देश दिया कि यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। नतीजा, चारों धामों में यात्रा सुचारू रूप से चलने लगी तो देश दुनिया से हर दिन बड़ी संख्या में यात्री दर्शनों के लिए पहुँच रहे हैं।
आंकड़ों पर गौर करें तो मालूम होता है कि इस वर्ष 10 मई को कपाट खुलने से लेकर 30 जून तक लगभग 30 लाख श्रद्धालु चार धामों में आ चुके हैं जबकि गत वर्ष 22 अप्रैल को कपाट खुले थे। यानी लगभग 18 दिन पहले। बावजूद 30 जून तक लगभग 30 लाख यात्री पहुँचे थे

Share this

By admin

मंत्री जोशी ने कहा कि डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए जो चेतावनी दी थी, एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। वह सिर्फ नारा नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता के लिए दिया गया उनका तेजस्वी संदेश था  
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट और कठोर निर्देशों के बाद, प्रशासन ने एक निर्णायक और साहसी कदम उठाया है—हरिद्वार को अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में “सनातन अभियान” की शुरुआत।  
मंत्री जोशी ने कहा कि इस दौर में पीड़ा उठाने वाले लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित करना मेरा सौभाग्य है।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed